पावनसिटी हरदा बाल अधिकारों के संबंध में नीमगाँव सोनतलाई व हनीफाबाद में विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न,म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्रीमती तृप्ति शर्मा के मार्गदर्शन में गुरूवार को ग्राम नीमगांव, सोनतलाई व हनीफाबाद में विधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में न्यायाधीश एवं सचिव चंद्रशेखर राठौर ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जागरूकता बढ़ाने, शिक्षा को बढ़ावा देने और बाल यौन शोषण, बाल विवाह, बाल श्रम आदि अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक किया। उन्होने बताया कि डॉन स्कीम- 2025 राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नशा उन्मूलन के लिये शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य बालकों व किशोरों में नशीले पदार्थों के उपयोग के विरूद्ध जागरूकता बढ़ाना और नशे के शिकार लोगों को कानूनी सहायता व कल्याणकारी सेवाएं प्रदान करना है। उन्होने नालसा योजना के उपबंधों की जानकारी देते हुए बताया कि योजना के अंतर्गत ड्रग्स तस्करी एवं ड्रग्स पीड़ितों को जिला प्राधिकरण के द्वारा आवश्यक विधिक सेवा उपलब्ध करायी जाती है। योजना के तहत ड्रग्स पीड़ितों को पहचानने, उनका उपचार करने तथा नशा मुक्ति के पश्चात उनके पुनर्वास में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं को गतिमान कराया जाता है। साथ ही ड्रग्स के खतरों एवं इसके उन्मूलन के प्रभावी उपायों के विषय में संवेदनशील बनाया जाता है। जिला प्राधिकरण एवं राज्य की कई एजेन्सियों के साथ साथ गैर सरकारी संगठन भी नशीले पदार्थाे की तस्करी और मादक पदार्थाे के उन्मूलन के क्षेत्र में कार्यरत है।
जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सौरभ कुमार दुबे ने बच्चों के लिए मैत्रीपूर्ण विधिक सेवा योजना के संबंध में पॉक्सो एक्ट, मध्यप्रदेश अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, नालसा योजना की जानकारी उपस्थितजनों को दी। उन्होने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित ’’संवाद योजना-2025’’ के तहत अनुसुचित जनजाति एवं सुदुर क्षेत्र में निवासरत लोगों को भी उनके संवैधानिक व वैधानिक अधिकारों की जानकारी दी। शिविर में नीमगॉव सरपंच रामभरोस विश्नोई, सचिव संतोष मंसूरे, ग्राम सोनतलाई सचिव सुरेश प्रजापति, हनीफाबाद सहायक सचिव विजेन्द्र सिंह, ग्रामीणजन, महिलाएं, पुरूष, बच्चे एवं पैरालीगल वॉलेंटियर मोहन जाट उपस्थित थे