पावनसिटी हरदा मध्य प्रदेश के हरदा जिले कलेक्टर सिद्धार्थ जैन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए बुधवार को जिले के 7 जर्जर स्कूल भवनों को तोड़ने की कार्यवाही की गई। इस दौरान जिले के ग्राम कमताड़ी, मोहनपुर, खमलाय, बोंडगांव, धुरगाड़ा व गुल्लास में स्थित शासकीय जर्जर स्कूल भवनों को तोड़ा गया। इसके अलावा ग्राम बमनगांव में किचनशेड तोड़ने की कार्यवाही भी की गई। मंगलवार को खिड़कियां ब्लॉक अंतर्गत शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला सांवरी की स्कूल की गिरी छत
खिरकिया ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला सांवरी की स्कूल की छत गिर गई गनी मत रही की बच्चे स्कूल में नहीं थे जिससे कोई जनहानि नहीं हुई । बड़ा हादसा टला शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई ज्ञात हो की जिले में वन ग्राम क्षेत्रों में और भी बहुत सी स्कूलें ऐसी हैं । जिनकी छत जर्जर हो गई है । बारिश में पानी टपकता है । अंदर से छत की परत निकल कर गिरती रहती हैं। लेकिन प्रशासन इस और ध्यान नहीं देता । करोड़ों रुपए स्कूल की मरम्मत करवाने के लिए आते हैं । लेकिन पैसों का बंदर बाट हो जाता है । ज्ञात हो कुछ ही दिन पहले राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की मौत हो गई थी। जिसकी जानकारी हरदा जिले के शिक्षा अधिकारी को विधिवत याद है । उसे उन्होंने सबक नहीं लिया । इससे ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा अधिकारी बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहे थे । उनके द्वारा बड़ी लापरवाही की गई उन्हें जिले की जर,जर स्कूलों चिन्हित करवा कर उनमें या तो सही ढंग से मरम्मत करवानी थी या उन भवनों में शालाएं संचालित नहीं करवानी थी । देखना यह होगा की जिम्मेदार अधिकारी मामले को कब तक संज्ञान में लेते हैं । और इन पर क्या कार्यवाही करते हैं । शिक्षक अधिकारी को दिए हैं कि जिले में जिन स्कूलों की हालत जर्जर स्थिति में है उन स्कूलों में स्कूल का संचालित ना किया जाए और उन स्कूलों को चिन्हित कर उनको तोड़ा जाए