करणी सेवा के जीवन सिंह शेरपुर लगातार 8 दिनों की भूख हड़ताल के बाद आज न्याय की जीत हुई है।
जिस बेटी के साथ पुलिस द्वारा अत्याचार किया गया था, उसे आज इंसाफ़ मिला है। उस बेटी के चेहरे पर आई मुस्कान और उसकी आँखों में दिखी संतुष्टि ने मेरे मन को गहरी तसल्ली दी है कि हमारा संघर्ष व्यर्थ नहीं गया और न्याय सच में मिला है।
यह भूख हड़ताल किसी व्यक्तिगत उद्देश्य के लिए नहीं, बल्कि उस बेटी को न्याय दिलाने और व्यवस्था को जवाबदेह बनाने के लिए थी। आज जब पीड़िता स्वयं न्याय मिलने की बात कह रही है, तो यह हम सभी के लिए एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण है।
बेटी के आग्रह और आवाहन पर, न्याय की इस जीत के सम्मान में, मैं अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर रहा हूँ। लेकिन यह स्पष्ट है कि अन्याय के विरुद्ध हमारी आवाज़ और संघर्ष कभी समाप्त नहीं होगा। जब-जब किसी बेटी, किसी नागरिक के साथ अन्याय होगा, तब-तब हम मजबूती से खड़े रहेंगे। यह जीत सिर्फ़ मेरी नहीं, बल्कि हर उस इंसान की है जिसने सच और न्याय के लिए साथ दिया।

