बारिश का मौसम आते ही ऐसा प्रतित होता है जैसे धारती को नया जीवन मिल गया हो। धारती एक नहीं दुल्हन सी सजी सबरी नजर आती है। मौसम इतना ज्यादा खुशनुमा हो जाता है पशु पक्षी हो या इंसान सब के दिल खुशियों से झुमने लगते है। बारिश के मौसम के आगाज के साथ ही दुनिया खूबसूरत सी नजर आने लगती है।
एक अलग सी रंगत मौसम में दिखाई देने लगती है। ऐसा लगता है गर्मी से तप चुकी धरती को सुकून सा मिला हो। आसमान पर बादलों का छाना बादलों की गडग़ड़ाहट बिजली का चमकना सब कुछ कितना अनोखा सा प्रतित होता है। बारिश का मौसम जब आता है तो प्रकृति के लिए एक वरदान साबित होता है।
ऐसा लगता है जैसे प्रकृति अपनी सुन्दरता पर इतरा रही हो। बारिश के मौसम से गर्मी और तेज धुप से झुलस चुके पेड़ पौधों को बारिश के पानी से नया जीवन मिलता है। बारिश के मौसम में प्रकृति अपने चारों ओर एक हरियाली की चादर ओढ़ लेती है। मानो एक हरी चादर ओढ़ली हो बारिश का मौसम में प्रकृति दुल्हन सी सज जाती है। और चारों तरफ की रंगत ही बदल जाती है।
जब आसमान पर काले-काले बादल छा जाते है तो दुनिया स्वर्ग सी प्रतित होती है। नदिया पानी से लवालव भर जाती है हरियाली के बीच सफेद लहराती चादर सी बहती प्रतित होती है। ये मनोरम दृर्शय आखों को सुकून देते है हर तरफ हरियाली अपनी खूबसूरती बिखेर रही होती है। सारे पेड़ पौधे हरियाली से छुम उठते है। मानो उन्हे नया जीवन मिल गया हो।
चारों तरफ रंग बिरंगे फूल अपनी रंगत बिखेरने लगते है। फूलों की खुश्बू से सारी दुनिया महक ने लगती है। गर्मी की वजह से सुख चुके जलप्रपात फिर से पानी से सरोवर हो जाते है और अपने प्रकृतिक रूप की छटा बिखेर रहे होते है। बारिश के मौसम में प्रकृति अपने पूरे निखार पर होती है धरती मानो नहा कर उज्जवल स्वच्छता और सुंदरता से भर जाती है।
बारिश के मौसम में पडऩे वाली बौछारे अपना अप्रतिम रूप में नजर आती है सारी कायनात खुशी से झूम रही होती है। मानो उसमे नई लहर उमंग और तरंग आ गई हो। बारिश के मौसम में प्रकृति का नजारा देखने लायक होता है। हर तरफ हरियाली ही हरियाली होती है। निर्जीव हो चुके झरने फिर से जीवित हो जाते है और अपने जलप्रपात की धुएं दार धुंध के साथ प्रकृति की सुन्दरता को बड़ाते प्रतित होते है।
सैयद शबाना अली
हरदा मध्यप्रदेश

