दुनिया में खुशी एक ऐसा जज्बात होती है, जिसे हर कोई आपके साथ बाट सकता है। अगर आप हंस रहे है तो ये मुनासिब है कई लोग आपके साथ हंसने लगे। लेकिन दर्द ऐसा जज्बात होता है उसका कोई साथी नहीं होता है। अगर आप रो रहे तो आपको संभव है अकेले ही रोना है।
लेकिन ये बात भी जाहिर है खुशी का मौका जिन्दगी में एक ऐसा वक्त होता है जो आसानी से गुजर जाता है। दर्द का एक लम्हा भी इंसान के लिए काटना मुश्किल हो जाता है।
अब सोचने वाली बात है जब आसान लम्हों में बहुत लोग आसानी से साथी बन जाते है। वहीं इंसान दर्द के वक्त आपको दूर-दूर तक नजर नहीं आयेगे। बेमतलब है इंसान किसी से सहारे की उम्मीद करें।
जिन्दगी में आपको जो भी काम करना है अपने दम पर करों। फिर देखना हर मंजिल आपके कदम चुमेगी।
खुशी और गम जिन्दगी के दो पहलू है। चाहकर भी आप उसमें से किसी एक को नहीं चुन सकते है। जब तक जिन्दगी में खुशी के लम्हें है उन्हें एंजाय करों और हर पल खुशी के साथ जीयों।
क्योंकि जब जिन्दगी में कोई दर्द का सामना करना पढ़ेगा तो यहीं वो लम्हें होगे जो आपको जिन्दगी जीने की नई उम्मीद नहीं रहा प्रदान करेगें।
कभी किसी दर्द के आगे अपनी जिन्दगी को झुका देना जिन्दगी के साथ इंसाफ नहीं है। हर दर्द से लडक़र उस पर जीत हासिल करना यहीं जिन्दगी का फलसफा है।
कुछ लोग ऐसे होते जरा से दर्द के लम्हात जिन्दगी में आये नहीं के जिन्दगी से हार मानकर अपनी जिन्दगी को खत्म कर लेते है। लेकिन मौत हर परेशानी का हल नहीं होती है। अगर जिन्दगी इस विश्वास के साथ जी जाये एक दिन हम इस दर्द के भावर हो पार कर जिन्दगी में खुशियों के मुकाम पर पहुंचेगे तो दर्द के साये यूंही आपका पीछा करना छोड़ देगे।