Harda News : मध्य प्रदेश शासन पशुपालन एवं डेयरी विभाग के निर्देशानुसार दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान का द्वितीय चरण जिले में दिसम्बर माह में चलाया जाना है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पशुपालक के घर जाकर उन्हें पशुपालन को लाभ का व्यवसाय कैसे बनाया जाए, यह प्रभावी तरीके से समझाया जाना है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. अजय रामटेके ने बताया कि अभियान के द्वितीय चरण के संचालन के लिये जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया है। यह प्रशिक्षण 2 दिसम्बर तक जारी रहेगा। इन्हीं कार्यकर्ताओं का द्वितीय प्रशिक्षण विकासखण्ड स्तर पर 3 से 5 दिसम्बर तक चलाया जाएगा। प्रशिक्षण में कार्यकर्ताओं को समझाया जाएगा कि उन्हें पशुपालकों से किस प्रकार चर्चा करनी है। पशुपालक यदि मोबाइल चलाता है तो उसके मोबाइल में विभाग द्वारा बनाई गई वीडियो हस्तांतरित करना है इस वीडियो को देखकर भी वह पशुपालन के बारे में बहुत कुछ सीख सकता है।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. रामटेके ने बताया कि दूग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान के तहत जिले में प्रथम चरण 2 से 9 अक्टूबर 2025 तक संचालित किया गया था, जिसमें 10 पशुओं से अधिक रखने वाले पशुपालकों से घर जाकर संपर्क कर उन्हें पशु स्वास्थ्य, पशु पोषण एवं नस्ल सुधार की विस्तृत जानकारी दी गई थी।
उप संचालक डॉ रामटेके ने बताया कि अभियान के द्वितीय चरण में उन पशुपालकों के घर पर संपर्क किया जाएगा जिनके घर पर 5 से लेकर 9 पशु हैं। अभियान में जिले के 512 ग्रामों के 8696 पशुपालकों से संपर्क किया जाएगा, जिनके पास कुल 56378 पशु है। डॉ. रामटेके ने बताया कि एक कार्यकर्ता एक दिन में मात्र चार से पांच पशुपालकों से संपर्क करेगा और प्रभावी तरीके से उन्हें उदाहरण के साथ यह समझाएगा की पशुपालन को लाभ का व्यवसाय कैसे बनाया जाए। इस दौरान पशुपालकों को पशु स्वास्थ्य, पशु पोषण और नस्ल सुधार की जानकारी घर पर पहुंचकर ही दी जाएगी। अभियान में 150 कार्यकर्ता पशुपालकों के घर-घर जाकर संपर्क करेंगे।

